ॐ जय माँ गंगे ॐ

|| गंगोत्री धाम ||

श्री गंगा जी माँ गंगोत्री नामक स्थान पर औतरित हुई इस स्थान पर कहा जाता है पुराणों के अनुसार की राजा भगीरथ ने पांच हजार सौ वे वर्ष तक माँ गंगा की तपस्या की , माँ गंगा को पृथ्वी पर लाने के लिए इसलिए तपस्या की गयी |
गंगोत्री धाम कपाट खुलने की तारीख 2022: गंगोत्री धाम अक्षय तृतीया के अवसर पर खुलेगा जो चार धाम यात्रा 2022 की शुरुआत का प्रतीक है। गंगोत्री मंदिर 3 मई 2022 को खोला जाएगा।

ॐ जय माँ गंगे ॐ

गंगोत्री धाम में रात्रि विश्राम हेतु स्थान

श्री वेदांता
विलियम गृह
श्री पंवार
विश्राम
श्री पूजाती
विश्राम
अन्य धर्मशालाये गंगा पुरोहित सभा एवं होटल

ॐ जय माँ गंगे ॐ

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हिंदू समुदाय को

हम एक हिंदू हैं जो भगवान राम और विष्णु देव को अनुयायी मानते हैं और हम एक हिंदू हैं जो भगवान राम और विष्णु देव में विश्वास करते हैं। यह वह जगह है जहां आपको शुरू करना चाहिए मंदिर वह जगह है जहां हिंदू पूजा हिंदू पूजा होते है।

ॐ जय माँ गंगे ॐ

पूजा पद्यति

माँ गंगा के कपाट प्रातः चार बजे ब्रम्हमुहूर्त में खोल दिए जाते है। और पर्दा लगा कर चार (4) बजे से छः (6) बजे तक माँ का अभिषेक पूजा श्रीसूक्त हेतु वेद मंत्रो से की जाती है। ठीक छः बजे प्रातः माँ गंगा की मंगल आरती होती है। ठीक नौ बजे (9) माँ गंगा को राज भोग अर्पित किया जाता है। ठीक दो बजे (2) स्नान होता है तीन(3) बजे तक। ठीक छः बजे सायं कालीन आरती हेतु पर्दे लग जाते है। ठीक सात बज कर 45 मिनट पर श्री गंगा जी की सायं कालीन आरती होती है और ठीक 8 बज कर 30 मिनट पर माँ गंगा को भोग अर्पित किया जाता है और ठीक 9 बज कर 30 मिनट पर कपाट बंद कर दिए जाते है। इसके अतिरिक्त निम्न पूजाये दिन में श्रद्धालुओं द्वारा की जाती है।

दान देने हेतु धनराशि

महाभिषेक(11000)
कपूर आरती(1100)
षोडसोपचार पूजा(3100)
अभिषेक(5100)
महाभिषेक(11000)
कपूर आरती(1100)
षोडसोपचार पूजा(3100)
अभिषेक(5100)

ॐ जय माँ गंगे ॐ

श्री ५ मंदिर समिति द्वारा जनहित में किये जाने वाले कार्य

धर्मशाला निर्माण
धर्मशाला निर्माण
स्वास्थ्य कैंप
भोग लंगर
स्वास्थ्य कैंप
स्वास्थ्य कैंप

ॐ जय माँ गंगे ॐ

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